भारत साजिशों के खेल में सिरमौर

खेल शुभचिंतकों की नकली मुस्कानों से खिलाड़ी आहत श्रीप्रकाश शुक्ला नई दिल्ली। ओलम्पिक हो या कोई अन्य खेल, हमारे यहां खेलों के भीतर का खेल चलता रहता है। असल में हमारा देश एक साजिश प्रधान देश है। यहां साजिशों के खेल और खेल के भीतर साजिशें होती रहती हैं। इन साजिशों से जूझना हमारी नियति भी है और शौक भी। हमारे देश में खेल शुभचिंतकों की कुटिल मुस्कानों से खिलाड़ी आहत हैं।  यहां तरह-तरह की साजिशें मुंहबाए शिकार की तलाश में घूमती .......

पंजाब की जवानी पर नशे का हमला

तीन करोड़ आबादी में 66 लाख नशैलची खेलपथ संवाद चंडीगढ़। पंजाब पर नशे का भूत सवार है। नशा ही समृद्ध राज्य को खोखला कर रहा है। यह खतरा भयावह है लेकिन पंजाब सरकार बड़ी मछलियों पर शिकंजा कसकर युवाओं का भविष्य बचा सकती है। प्रदेश के लोगों को नशे से बचाया जाना जरूरी है क्योंकि पंजाब की जवानी को नशा खाए जा रहा है। पंजाब में लगातार बढ़ते नशीली दवाओं के शिकंजे का खतरा जितना भयावह है, हम उसका अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं। ऐसे वक्त में जब न.......

देश में फर्जी विश्वविद्यालयों का बोलबाला

आठ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ही हैं किसी भी राष्ट्र के विकास की मुख्य कड़ी शिक्षा ही है लेकिन हमारे देश में शिक्षा के उत्थान का सिर्फ ढिंढोरा पीटा जा रही है। यह हमारे तंत्र की विफलता ही कही जायेगी कि देश में युवाओं की जरूरत के अनुरूप विश्वविद्यालयों का अभाव था और आज भी है। जो सरकारी विश्वविद्यालय व संस्थान देश में मौजूद हैं भी, वे समय की जरूरतों के साथ कदमताल नहीं कर पा रहे हैं।  यही वजह है कि सुनहरे भविष्य की आकांक्षाओं के ल.......

मोदी सरकार स्वदेशी खेलों को दे रही बढ़ावा

फिट इंडिया के तहत भारत सरकार दे रही बढ़ावा खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय खेल मंत्रालय इस समय फिट इंडिया के तहत स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देने के प्रयास कर रही है। लेकिन अभी भी बहुत से स्वदेशी खेल ऐसे हैं जिन्हें सरकार की तरफ से बढ़ावा मिलना चाहिए। फिट इंडिया कैम्पेन में भारत के 19 स्वदेशी खेलों को शामिल किया गया है, जिसमें कबड्डी, कुश्ती अखाड़ा, खो-खो, गिल्ली डंडा और कई अन्य खेल शामिल हैं।  भारत विविधताओं का देश है, जहां जि.......

होनहारों को बचाने के लिए काउंसलिंग जरूरी

चोटी के संस्थानों में 69 छात्रों ने की आत्महत्याएं  खेलपथ संवाद नई दिल्ली। यूं तो अल्पायु में हर मौत देश, समाज व परिवार की अपूरणीय क्षति होती है, लेकिन देश के शीर्ष पेशेवर शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों की मौत का हालिया आंकड़ा दुखद व विचलित करने वाला है। ये वे प्रतिभाशाली छात्र थे जो कड़ी मेहनत व परिवार के त्याग से इस मुकाम तक पहुंचे थे। लाखों छात्रों में चुने गये प्रतिभाशाली छात्र थे, जिनसे देश को बड़ी उम्मीदें थीं। .......

बैठकों तक सीमित है एसजीएफआई का कामकाज

कुछ भेड़िए खेल संघों से धन वसूली में व्यस्त खेलपथ संवाद नई दिल्ली। उम्मीद थी कि स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया नये रूप और रंग रोगन के साथ अवतरित होगा लेकिन भारतीय ओलम्पिक संघ की तर्ज पर जनवरी में हुए चुनाव के बाद भी ऐसी धमक अभी तक नहीं दिखी है। नए सत्र का कलेंडर अभी तक नहीं बना है तो कुछ खेलों पर गाज गिरना तय है।  एसजीएफआई का आकार प्रकार काफी कुछ भारतीय ओलम्पिक संघ जैसा हो गया है, जिस पर अब देश के खेल मंत्रालय और भारतीय खे.......

शिक्षा से मिसाल बनीं मेवात की 11 बहनें

रियाज खान की बेटियों ने उच्च शिक्षा हासिल कर बढ़ाया गौरव खेलपथ संवाद चंडीगढ़। शिक्षा व्यक्ति के गुणों में इजाफा करने के साथ समाज के विकास में सहायक होती है। सचमुच यदि मां-बाप ठान लें कि शिक्षा में ही बच्चों का भविष्य निहित है तो समाज की रूढ़ियां व बाधाएं बेमानी हो जाती हैं। खासकर बेटियों की शिक्षा से तो कई पीढ़ियां शिक्षित हो जाती हैं। निस्संदेह, उच्च शिक्षा जहां रोजगार के द्वार खोलती है वहीं व्यक्ति के दृष्टिकोण में व्यापकता लाती है.......

एशियाई खेलों में भारत ने जीते 672 पदक

155 स्वर्ण, 201 रजत और 316 कांस्य एथलेटिक्स में सबसे अधिक मेडल, पांचवां सबसे सफल देश खेलपथ संवाद नई दिल्ली। सितम्बर में 19वें एशियाई खेलों का आयोजन होने जा रहा है। 1951 से शुरू हुए एशियाई खेलों में भारत अब तक 672 पदक जीत चुका है। इन पदकों में 155 स्वर्ण, 201 रजत और 316.......

चुनौती भरा सफर है खेल पत्रकारिता

खेल पत्रकारिता को जो लोग आसान मानते हैं, वह गलत हैं। पत्रकारिता में खेल पत्रकारिता सबसे चुनौती भरा कदम है। यदि आपको खेल पसंद है और आपको लिखने का शौक है एवं खेल की बारीकियों को जानना उसका विश्लेषण करना आपको पसंद है तो खेल पत्रकारिता के रूप में आप अपने करियर को एक नई दिशा दे सकते हैं। जैसा कि नाम से ही पता चलता है की ये एक खेल रिपोर्टिंग करियर है।  कई लोगों को लगता है के खेल में करियर बनाने के लिए आपको एथलीट या किसी एक खेल में अच्छा प्रदर्शन करना जरुरी ह.......

पहली बार 1948 में मनाया गया था ओलम्पिक दिवस

लेट्स मूव यानी आओ चलें इस साल का है थीम खेलपथ संवाद नई दिल्ली। हर साल 23 जून को अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक दिवस मनाया जाता है। समूची दुनिया में इस दिवस की अपनी महत्ता है। ओलम्पिक और भारत की जहां तक बात है हम मेडलों की दृष्टि से बेशक बहुत पीछे हों लेकिन हमारे खिलाड़ियों की सहभागिता किसी मामले में कम नहीं कही जा सकती। 23 जून को खेल और.......